Wednesday, June 22, 2011

30 गांवों की जरूरत है रेलवे फाटक

सादुलपुर
राजगढ़-ढिगारला सड़क मार्ग स्थित गांव पहाड़सर में रेल फाटक की जरूरत इस सड़क मार्ग से जुड़े करीब 30 गांवों के हजारों लोगों को है।
रेल प्रशासन द्वारा मुख्य सड़क मार्ग पर और पटरियों के बाएं-दाएं कई बार खाई खोदकर आवागमन को बंद कर दिए जाने से ग्रामीणों को आवागमन की समस्या से जूझना पड़ रहा है। हालांकि ग्रामीण रेल प्रसाशन द्वारा लगाए जाने वाले अवरोधकों को हटा भी देते हैं, मगर फाटक नहीं बनाए जाने तक समस्या का स्थाई समाधान संभव नहीं है।
गौरतलब है कि इस मार्ग से रोजाना स्कूल बसों व ग्रामीण क्षेत्रों में चलने वाली रूट बसों के अलावा सैंकड़ों छोटे-बड़े वाहनों का आवागमन होता है। फाटक नहीं होने के कारण वाहन चालकों को रेल पटरियां पार करके गुजरना पड़ता है। गांव गुलपुरा, पहाड़सर, मिठï्ठी, भटोड़, भगेला, हांसियावास, ढिगारला, चुबकियागढ़, ग्वालीसर, न्यांगल छोटी, न्यांगल बड़ी, धानोठी छोटी, धानोठी बड़ी, टुंडाखेड़ी, तांबाखेड़ी, गदरा, लीलस, सेणीवास, दुमकी, रेजड़ी, रामसरा ताल व टिब्बा, धागंड़ा, धोलिया, गालड़ व रेजड़ी आदि गांवों में आवागमन के लिए यह सड़क मार्ग महत्वपूर्ण माना जाता है।
आंदोलन भी कर चुके हैं फाटक के लिएकरीब डेढ़ वर्ष पूर्व ग्रामीणों ने पहाड़सर में रेलवे फाटक की मांग को लेकर रेलवे फाटक संघर्ष समिति के बैनर तले लंबे समय तक आंदोलन भी किया था। इस दौरान रेलवे ने सर्वे तो कर लिया, मगर आगे कोई कार्रवाई नहीं की।
ञ्चक्षेत्र के ग्रामीणों विगत कई वर्षों से पहाड़सर में रेलवे फाटक बनाने की मांग कर रहे हैं। रेल मंत्रालय को ग्रामीणों की समस्या की सुनवाई करनी चाहिए।

No comments:

Post a Comment