Saturday, June 18, 2011

पांच माह से नहीं बदली कुओं की मोटरें

सादुलपुर& तहसील मुख्यालय से करीब 20 किलोमीटर दूर स्थित कलाणाताल ग्राम पंचायत के गांवों के हजारों ग्रामीण पिछले पांच-छह माह से पेयजल संकट से जूझ रहे हैं।पेयजल किल्लत के कारण खासकर महिलाओं और बच्चों को सुबह से शाम तक पानी के जुगाड़ में जुटे रहना पड़ता है। पंचायत के गांव कलाणा ताल, बैजुवा, कानावासी, मिठड़ी केशरीसिंह, कलाणा टिब्बा व खारिया आदि के ग्रामीणों को सारे काम छोड़कर सुबह जल्दी ही कुओं की ओर रूख करना पड़ता है। कुओं में से लाव व चड़स से पानी निकालने में घर के महिला-पुरुषों के अलावा बच्चों को भी लगना पड़ता है। कलाणा ताल, बैजुवा, कानावासी व मिठड़ी केशरीसिंह आदि गांवों में कुओं पर लगी मोटरें जल चुकी हैं। विभाग द्वारा पांच-छह महीनों पहले जली मोटरें आज तक नहीं बदले जाने से पेयजल संकट गहराता जा रहा है। प्रशासन द्वारा ग्राम पंचायत के सिर्फ खारिया व कलाणा टिब्बा में रोजाना भिजवाया जा रहा एक-एक टैंकर पेयजल ऊंट के मुंह में जीरे के समान प्रतीत हो रहा है। गांवों में जरूरत के मुताबिक पानी नहीं भेजे जाने को लेकर रोष व्याप्त है। ग्रामीणों ने टैंकर से पानी भिजवाने की मांग भी की, पर सुनवाई नहीं हुई।
ञ्चग्राम पंचायत के सभी गांवों में पेयजल किल्लत बनी हुई है। प्रशासन द्वारा खारिया व कलाणा टिब्बा में रोजाना एक-एक टैंकर पानी भेजा जा रहा है जो कि आवश्यकता से कम है। जलदाय विभाग के कुओं पर लगी मोटरें पांच-छह माह पूर्व जलने के बाद आज तक नहीं बदली गई हैं।

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