Wednesday, March 30, 2011

बीकानेर-दिल्ली ट्रेन

भास्कर न्यूज& सादुलपुर

बीकानेर-दिल्ली ट्रेन के बुधवार दोपहर को रेलवे स्टेशन पहुंचने पर लोगों ने स्वागत किया। स्टेशन अधीक्षक देबुराम मीणा, व्यापार मंडल अध्यक्ष पवन मोहता, कांग्रेस मानवाधिकार प्रकोष्ठ के राहुल पारीक, ओबीसी प्रकोष्ठ के अध्यक्ष विवेक मारवाल, कमल सेठिया, हरिराम चंगोईवाला, प्रेमसिंह गहलोत, प्रहलाद टेलर, विजय रोहिवाल, कुरड़ाराम दमीवाल सहित अन्य लोगों ने ट्रेन की अगवानी कर गार्ड अशोक सहित अन्य का माल्यार्पण कर स्वागत किया। एसएस डीआर मीणा ने बताया कि उक्त एक्सप्रेस की शुरुआत के दिन सादुलपुर से सात यात्रियों ने दिल्ली के लिए टिकट खरीदे। जिससे रेलवे को ३३२ रुपए का राजस्व प्राप्त हुआ।

समाधिस्थल पर लगी श्रद्धालुओं की भीड़

भास्कर न्यूज & सादुलपुर

गांव भोजाण स्थित भोजाणेश्वर महादेव मंदिर परिसर में बने नागा बाबा महंत रामगिरी के समाधिस्थल पर दर्शनों के लिए मंगलवार को भी श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा।

मंदिर परिसर में सुबह शुरू हुआ श्रद्धालुओं के आने का सिलसिला शाम तक जारी रहा। महिलाओं, बच्चों और दूर-दूर से आए श्रद्धालुओं ने महंत रामगिरी की समाधि पर पुष्प अर्पित कर धोक लगाई।

नए महंत को देखरेख व प्रशासन का अधिकार

भोजाणेश्वर महादेव मंदिर के नए महंत का चुनाव सोमवार को मंदिर परिसर में हुई बैठक में सर्वसम्मति से किया गया। ग्राम पंचायत की सरपंच अनिता पूनिया ने बताया कि श्री पंच दशनाम जूना अखाड़ा के प्रमुख महंत, साधु-संतों व भोजाण के ग्रामीणों की बैठक में सर्वसम्मति से आजादगिरी को नया महंत चुनकर चादर की रस्म पूरी की गई। सरपंच ने बताया कि बैठक में लिए गए निर्णय के मुताबिक महंत को आश्रम की देखरेख व शासन-प्रशासन के काम करने का अधिकार होगा। महंत को आश्रम की मर्यादाओं का पूरा पालन करना होगा। आश्रम की चल-अचल संपत्ति का बेचान व लीज पट्टा, रहन व्यय करने का अधिकार महंत को नहीं होगा।

Monday, March 28, 2011

हिसार-सादुलपुर-रेवाड़ी सवारी गाड़ी शुरू

भास्कर न्यूज. सादुलपुर

पड़ौसी राज्य हरियाणा में जाटों द्वारा आरक्षण की मांग को लेकर किए जा रहे आंदोलन के शांत होने के बाद शनिवार को हरियाणा से सवारी गाड़ी को शुरू किया गया।

आंदोलन समाप्त होने के बाद सर्वप्रथम हिसार-सादुलपुर-रेवाड़ी सवारी गाड़ी को चलाया गया। यह सवारी गाड़ी शाम 5.४० बजे हिसार से सादुलपुर पहुंची। इसके बाद रेवाड़ी के लिए रवाना हुई। गौरतलब है कि हरियाणा में चले आंदोलन का असर तहसील के रेल यातायात भी पड़ रहा था। आरक्षण की मांग को लेकर आंदोलनकारियों द्वारा रेल ट्रेक पर धरना देने के दृष्टिगत रेल प्रशासन ने हरियाणा जाने वाली सवारी गाडिय़ां बंद कर दी थी। आरक्षण आंदोलन के चलते हिसार-सादुलपुर-रेवाड़ी सवारी गाड़ी गत 10 मार्च से बंद थी तथा जोधपुर-हिसार फास्ट पैसेंजर को सादुलपुर तक चलाया जा रहा था। इनके अलावा सादुलपुर-सरायरोहिला तथा दिल्ली-रतनगढ़ रानीखेत एक्सप्रेस भी बंद थीं। रेल प्रशासन ने बताया कि एक्सप्रेस गाड़ी चलाने से संबंधित अभी कोई जानकारी उनके पास नहीं है।

Monday, March 14, 2011

महंत रामगिरी की पार्थिव देह को समाधि

भास्कर न्यूज& सादुलपुर

भोजाण गांव स्थित भोजाणेश्वर महादेव मंदिर के महंत व नागाबाबा रामगिरी की पार्थिव देह को रविवार दोपहर को मंदिर परिसर में जयकारों के बीच समाधि दी गई।

शनिवार को महंत के निधन की सूचना मिलने पर श्रद्धालु भोजाण पहुंचने शुरू हो गए थे। दिनभर दशनार्थियों की भीड़ लगी रही। रात को मंदिर में लगे जागरण में श्रद्धालुओं ने भजनों की प्रस्तुतियां देकर बाबा की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की। रविवार को सुबह पुन: दर्शनार्थियों का सैलाब उमड़ पड़ा। दोपहर 1.१५ बजे करीब बेनड़ा (पंजाब) के महंत चांदगिरी, महंत मौनीगिरी, महंत बलविंद्रगिरी, महंत भानगिरी, सातरोड़ के महंत देवपुरी, भिवानी के महंत शंकरगिरी, दनौदा के महंत थानपत धनुषपुरी, सोनल (हिमाचल प्रदेश) के महंत सेवागिरी, खेरी के महंत अशोकगिरी व सन्यासी श्रीपंच दशनाम जूना अखाड़ा के साधु-संतों की मौजूदगी में महंत रामगिरी के पार्थिव देह को मंदिर में बनाए गए समाधिस्थल में समाधि दी गई। इस मौके पर उपस्थित हजारों महिला-पुरुष श्रद्धालुओं ने समाधिस्थल पर पुष्प अर्पित किए और नागाबाबा रामगिरी के जयकारे लगाकर वातावरण को गुंजायमान कर दिया। गौरतलब है कि नागाबाबा महंत रामगिरी सन् 19५६-५७ में भोजाण आए थे। यहां आने के बाद उन्होंने कठिन तपस्याएं की और मंदिर का निर्माण करवाया। महंत ने गांव की बणी में निकाले जाने वाली हथकढ शराब को भी निकालना बंद करवाया। वे लोगों को नशा मुक्त जीवन जीने, धर्म के प्रति आस्था रखने और गो माता की सेवा के लिए प्रेरणा देते थे।

महंत नागा बाबा रामगिरी नहीं रहे

सादुलपुर. तहसील के गांव भोजाण स्थित भोजाणेश्वर महादेव मंदिर के महंत नागा बाबा रामगिरी का शनिवार सुबह निधन हो गया।

वे करीब 95 वर्ष के थे तथा पिछले कुछ समय से अस्वस्थ चल रहे थे। उनके निधन की सूचना मिलने पर क्षेत्र में शोक की लहर फैल गई तथा श्रद्धालु भोजाण पहुंचने शुरू हो गए। उनकी पार्थिव देह को रविवार को दिन में मंदिर परिसर में समाधि दी जाएगी।

स्वतंत्रता सेनानी कस्वां की अंत्येष्टि

भास्कर न्यूज, सादुलपुर

स्वतंत्रता सेनानी एवं भूतपूर्व विधायक मा. दीपचंद कस्वां (92) का शनिवार सुबह निधन हो गया। उनकी अंत्येष्टिï शनिवार शाम को मोहता मोक्ष भूमि में सम्मान से की गई।

उनके पैतृक निवास से रवाना हुई शव यात्रा मुख्य मार्गों से होते हुए मोक्ष भूमि पहुंची। पुलिस की डबल गार्ड के जवानों ने स्वतंत्रता सैनानी के सम्मान में शस्त्र उल्टे कर व दो राऊंड गोड्डलियां चलाकर सलामी दी। बीकानेर के सांसद अर्जुन मेघवाल, जिला प्रमुख कौशल्या पूनिया, तारानगर के विधायक राजेंद्र राठौड़, सरदारशहर विधायक अशोक पींचा, भादरा के विधायक जयदीप डुडी, पूर्व मंत्री खेमाराम मेघवाल, एडीएम बीएल मेहरड़ा, एएसपी अनिल कयाल, एसडीएम रामनिवास जाट, पुलिस उपाधीक्षक विपिन कुमार शर्मा, पूर्व संसदीय सचिव इंद्रसिंह पूनिया, पूर्व विधायक डा. चंद्रशेखर बैद, इनेलो के राष्ट्रीय महासचिव भीमसिंह बेनीवाल, चेयरमैन नंदकिशोर मरोदिया, तारानगर के चेयरमैन जसवंत स्वामी, विधायक श्रवण कुमार व झुंझुनूं बालाजी मोटर्स के प्रदीप कस्वां आदि ने उनकी पार्थिव देह पर पुष्प चक्र व पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। मुखाग्नि उनके ज्येष्ठï पुत्र सांसद रामसिंह कस्वां द्वारा दी गई। शव यात्रा में पूर्व सैनिक, जनप्रतिनिधि, शिक्षाविदों सहित बड़ी संख्या में लोगों ने हिस्सा लिया। वे पिछले काफी समय से अस्वस्थ थे।

कस्बे में शोक की लहर

स्वतंत्रता सेनानी व भूतपूर्व विधायक मा. दीपचंद कस्वां के शनिवार को हुए निधन की खबर से तहसील के शहरी व ग्रामीण क्षेत्र में शोक की लहर छा गई। 1920 में हरियाणा राज्य व तहसील के निकटवर्ती गांव मताणी में जन्मे दीपचंद कस्वां अध्यापक की नौकरी करने के बाद तहसील क्षेत्र की राजनीति में सक्रिय रूप से जुड़े रहे। उन्होंने सर्वप्रथम 1977 में जनता पार्टी की लहर के दौरान विधानसभा क्षेत्र से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में पहला चुनाव लड़ा, जिसमें वे मात्र 550 मतों से हार गए थे। 1980 में उन्होंने फिर निर्दलीय के रूप में चुनाव लड़ा और इस बार वे विधानसभा क्षेत्र से विधायक चुने गए। तीसरा चुनाव 1985 में भी निर्दलीय के रूप में ही लड़ा, जिसमें वे हारे थे। उन्होंने स्वतंत्रता आंदोलन में भी बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया था।

प्रदर्शन किया स्थगित

अखिल भारतीय आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका, आशा सहयोगिन व साथिन यूनियन तहसील कमेटी की ओर से शनिवार को मिनी सचिवालय के सामने प्रस्तावित विरोध प्रदर्शन व पुतला फूंकने के कार्यक्रम को स्थगित कर दिया गया। अध्यक्ष सविता धोलिया ने बताया कि स्वतंत्रता सेनानी व भूतपूर्व विधायक कस्वां के निधन पर उक्त कार्यक्रम स्थगित

किया गया।

आरक्षण आंदोलन का असर, गाडिय़ां बंद

भास्कर न्यूज& सादुलपुर

पड़ौसी राज्य हरियाणा में जाट समुदाय द्वारा आरक्षण की मांग को लेकर किए जा रहे आंदोलन का असर तहसील क्षेत्र के रेल यातायात पर भी पड़ रहा है।

आरक्षण की मांग को लेकर आंदोलनकारियों द्वारा रेल ट्रेक पर धरना दिए जाने पर रेल प्रशासन ने हरियाणा जाने वाली सवारी गाडिय़ां बंद कर दी हैं। गाडिय़ों के गत चार दिनों से बंद होने से यात्रियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। ट्रेनें नहीं चलने के कारण निजी बस चालक भी चांदी कूट रहे हैं। जानकारी के अनुसार हरियाणा में चल रहे आंदोलन के तहत तहसील के गोठ्यां बड़ी गांव में स्थित झुंपा (हरियाणा) रेलवे स्टेशन पर आंदोलनकारियों द्वारा रेल ट्रेक पर धरना दिया जा रहा है। जिसके चलते सादुलपुर-हिसार सवारी गाड़ी गत 10 मार्च से बंद पड़ी है। इस गाड़ी के अलावा रेवाड़ी (हरियाणा) से सादुलपुर आने व जाने वाली सवारी गाडिय़ां भी बंद हैं। रेल प्रशासन के अनुसार आरक्षण के दृष्टिगत जोधपुर-हिसार फास्ट पैसेंजर ट्रेन को फिलहाल सादुलपुर तक चलाया जा रहा है। रेल बंद होने के कारण सर्वाधिक परेशानी का सामना हिसार जाने वाले यात्रियों को करना पड़ रहा है। यात्रियों को रेल किराए से तीन गुणा अधिक किराया वहन कर बस में यात्रा करनी पड़ रही है। गौरतलब है कि पिछले दो माह के दौरान दूसरी बार हिसार जाने वाली सवारी गाड़ी को आंदोलन के चलते बंद किया गया है। जनवरी माह में भी हिसार में आंदोलन के चलते उक्त सवारी गाड़ी को बंद किया गया था।

चूरू. पिछले कई दिनों से चल रहे आंदोलन के कारण दिल्ली से आने वाली रानीखेत एक्सपे्रस ट्रेन भी चूरू रेलवे स्टेशन करीब पांच घंटे देरी से पहुंच रही है। विगत पांच-छह दिनों से ट्रेन निर्धारित समय से देरी से पहुंचने के कारण यात्रियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है, वहीं रेलवे को भी राजस्व का नुकसान हो रहा है। रेलवे सूत्रों के मुताबिक दिल्ली से सुबह 4.50 बजे चलने वाली रानी खेत एक्सप्रेस ट्रेन आंदोलन के चलते करीब पांच घंटे देरी से रवाना हो रही है।

Thursday, March 3, 2011

राष्ट्रपति अवार्ड के लिए स्काउट्स का चयन

सादुलपुर &पहाड़सर गांव के शहीद सुभाषचंद्र रामावि के पांच स्काउट्स का राष्ट्रपति अवार्ड के लिए चयन किया गया है।प्रधानाध्यापक व ग्रुप लीडर संजय सुरोलिया ने बताया कि पुष्कर घाटी में हुई राष्ट्रपति अवार्ड जांच परीक्षा में विद्यालय के पांच स्काउट्स कुलदीप भिंडासरा, योगेश पूनियां, संदीप सहारण, सोनू कुमार, झमनलाल प्रजापत उत्तीर्ण घोषित किए गए। उक्त स्काउट्स को आगामी माह में राष्ट्रपति द्वारा नई दिल्ली में राष्ट्रीय अवार्ड प्रमाण-पत्र प्रदान किए जाएंगे।

निशुल्क चिकित्सा शिविर आज

सादुलपुर& अवकाश प्राप्त सैनिक संघ के तत्वावधान में 3 व 4 मार्च को शहीद स्मारक स्थल पर पूर्व सैनिकों व उनके परिजनों के लिए निशुल्क चिकित्सा शिविर लगाया जाएगा।

अध्यक्ष महासिंह ख्याली ने बताया कि शहीद स्मारक स्थल पर सुबह 10 से शाम पांच बजे तक लगने वाले शिविर में बीकानेर के डॉक्टर्स की टीम पूर्व सैनिकों व उनके परिजनों की निशुल्क जांच व उपचार करेगी। उन्होंने बताया कि पूर्व सैनिकों को पेंशन बुक या डिस्चार्ज बुक साथ में लानी होगी।

आशा सहयोगिनियों का मानदेय बढ़ाने की मांग

छापर. अखिल राजस्थान महिला बाल विकास विभाग की चूरू जिला अध्यक्ष पुष्पा शेखावत ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को ज्ञापन प्रेषित कर आशा सहयोगीनियों व साथिनों का मानदेय केंद्र सरकार के अनुरूप करने की मांग की।उन्होंने ज्ञापन में लिखा कि केंद्र सरकार ने बजट में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व सहायिका का मानदेय दोगुना कर नारी शक्ति का सम्मान किया है। अत: राज्य सरकार को भी चाहिए कि वो इसमें अपना अंशदान मिला कर न्यूूनतम मानदेय १५५ रुपए प्रतिदिन कर उदारता दिखाए।

हमीरवास में किसानों का पड़ाव दूसरे दिन जारी

किसान संघर्ष समिति की ओर से पशुधन चोरी प्रकरण को लेकर सोमवार को हमीरवास पुलिसथाना के सामने शुरू किया गया पड़ाव दूसरे दिन मंगलवार को भी जारी रहा।

समिति के अध्यक्ष अमरसिंह व मंत्री जगतसिंह ने बताया कि पड़ाव पर उपस्थित किसानों को जिलामंत्री मिर्जामल पुरोहित, माईचंद बागोरिया, शेरसिंह लसेड़ी, मंगलाराम प्रजापत, राजेंद्र गुडाण, रामजीलाल रड़वा आदि ने संबोधित कर पशुचोरी में लिप्त लोगों को गिरफ्तार करने की मांग की। वक्ताओं ने कहा कि पशु चोरों को गिरफ्तार नहीं किए जाने तक पड़ाव जारी रहेगा। पड़ाव को शिक्षक संघ शेखावत ने भी समर्थन दिया है।