सादुलपुर
रेलवे प्रशासन की अनदेखी मानो या फिर समुचित सफाई व्यवस्थाओं में खामिया। लेकिन सादुलपुर के रेलवे स्टेशन के अंदर व बाहर गंदगी का ऐसा आलम बना हुआ है, कि देखने से लगता है कि ये रेलवे स्टेशन या है कचरा घर।रेलवे प्लेटफार्म के भीतर व बाहर के चारो तरफ गंदगी के ढेर लगे हुए है। दूसरी तरफ प्लेटफार्म के बाहर एकत्रित बरसाती पानी की निकासी के लिए भी कोई व्यवस्था नहीं है। जानकारी के अनुसार रेलवे द्वारा सफाई व्यवस्था ठेके पर दिए जाने के कारण सफाई व्यवस्था का अभाव बना हुआ है। इसके अलावा पटरियों पर भी बेशुमार गंदगी पड़ी हुई है। इन दिनों ददरेवा-गोगामेड़ी मेले के लिए हजारों की संख्या में जातरु प्लेटफार्म पर ठहरे हुए है।
रेलवे प्रशासन की अनदेखी मानो या फिर समुचित सफाई व्यवस्थाओं में खामिया। लेकिन सादुलपुर के रेलवे स्टेशन के अंदर व बाहर गंदगी का ऐसा आलम बना हुआ है, कि देखने से लगता है कि ये रेलवे स्टेशन या है कचरा घर।रेलवे प्लेटफार्म के भीतर व बाहर के चारो तरफ गंदगी के ढेर लगे हुए है। दूसरी तरफ प्लेटफार्म के बाहर एकत्रित बरसाती पानी की निकासी के लिए भी कोई व्यवस्था नहीं है। जानकारी के अनुसार रेलवे द्वारा सफाई व्यवस्था ठेके पर दिए जाने के कारण सफाई व्यवस्था का अभाव बना हुआ है। इसके अलावा पटरियों पर भी बेशुमार गंदगी पड़ी हुई है। इन दिनों ददरेवा-गोगामेड़ी मेले के लिए हजारों की संख्या में जातरु प्लेटफार्म पर ठहरे हुए है।