भास्कर न्यूज, सादुलपुर
स्वतंत्रता सेनानी एवं भूतपूर्व विधायक मा. दीपचंद कस्वां (92) का शनिवार सुबह निधन हो गया। उनकी अंत्येष्टिï शनिवार शाम को मोहता मोक्ष भूमि में सम्मान से की गई।
उनके पैतृक निवास से रवाना हुई शव यात्रा मुख्य मार्गों से होते हुए मोक्ष भूमि पहुंची। पुलिस की डबल गार्ड के जवानों ने स्वतंत्रता सैनानी के सम्मान में शस्त्र उल्टे कर व दो राऊंड गोड्डलियां चलाकर सलामी दी। बीकानेर के सांसद अर्जुन मेघवाल, जिला प्रमुख कौशल्या पूनिया, तारानगर के विधायक राजेंद्र राठौड़, सरदारशहर विधायक अशोक पींचा, भादरा के विधायक जयदीप डुडी, पूर्व मंत्री खेमाराम मेघवाल, एडीएम बीएल मेहरड़ा, एएसपी अनिल कयाल, एसडीएम रामनिवास जाट, पुलिस उपाधीक्षक विपिन कुमार शर्मा, पूर्व संसदीय सचिव इंद्रसिंह पूनिया, पूर्व विधायक डा. चंद्रशेखर बैद, इनेलो के राष्ट्रीय महासचिव भीमसिंह बेनीवाल, चेयरमैन नंदकिशोर मरोदिया, तारानगर के चेयरमैन जसवंत स्वामी, विधायक श्रवण कुमार व झुंझुनूं बालाजी मोटर्स के प्रदीप कस्वां आदि ने उनकी पार्थिव देह पर पुष्प चक्र व पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। मुखाग्नि उनके ज्येष्ठï पुत्र सांसद रामसिंह कस्वां द्वारा दी गई। शव यात्रा में पूर्व सैनिक, जनप्रतिनिधि, शिक्षाविदों सहित बड़ी संख्या में लोगों ने हिस्सा लिया। वे पिछले काफी समय से अस्वस्थ थे।
कस्बे में शोक की लहर
स्वतंत्रता सेनानी व भूतपूर्व विधायक मा. दीपचंद कस्वां के शनिवार को हुए निधन की खबर से तहसील के शहरी व ग्रामीण क्षेत्र में शोक की लहर छा गई। 1920 में हरियाणा राज्य व तहसील के निकटवर्ती गांव मताणी में जन्मे दीपचंद कस्वां अध्यापक की नौकरी करने के बाद तहसील क्षेत्र की राजनीति में सक्रिय रूप से जुड़े रहे। उन्होंने सर्वप्रथम 1977 में जनता पार्टी की लहर के दौरान विधानसभा क्षेत्र से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में पहला चुनाव लड़ा, जिसमें वे मात्र 550 मतों से हार गए थे। 1980 में उन्होंने फिर निर्दलीय के रूप में चुनाव लड़ा और इस बार वे विधानसभा क्षेत्र से विधायक चुने गए। तीसरा चुनाव 1985 में भी निर्दलीय के रूप में ही लड़ा, जिसमें वे हारे थे। उन्होंने स्वतंत्रता आंदोलन में भी बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया था।
प्रदर्शन किया स्थगित
अखिल भारतीय आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका, आशा सहयोगिन व साथिन यूनियन तहसील कमेटी की ओर से शनिवार को मिनी सचिवालय के सामने प्रस्तावित विरोध प्रदर्शन व पुतला फूंकने के कार्यक्रम को स्थगित कर दिया गया। अध्यक्ष सविता धोलिया ने बताया कि स्वतंत्रता सेनानी व भूतपूर्व विधायक कस्वां के निधन पर उक्त कार्यक्रम स्थगित
किया गया।
स्वतंत्रता सेनानी एवं भूतपूर्व विधायक मा. दीपचंद कस्वां (92) का शनिवार सुबह निधन हो गया। उनकी अंत्येष्टिï शनिवार शाम को मोहता मोक्ष भूमि में सम्मान से की गई।
उनके पैतृक निवास से रवाना हुई शव यात्रा मुख्य मार्गों से होते हुए मोक्ष भूमि पहुंची। पुलिस की डबल गार्ड के जवानों ने स्वतंत्रता सैनानी के सम्मान में शस्त्र उल्टे कर व दो राऊंड गोड्डलियां चलाकर सलामी दी। बीकानेर के सांसद अर्जुन मेघवाल, जिला प्रमुख कौशल्या पूनिया, तारानगर के विधायक राजेंद्र राठौड़, सरदारशहर विधायक अशोक पींचा, भादरा के विधायक जयदीप डुडी, पूर्व मंत्री खेमाराम मेघवाल, एडीएम बीएल मेहरड़ा, एएसपी अनिल कयाल, एसडीएम रामनिवास जाट, पुलिस उपाधीक्षक विपिन कुमार शर्मा, पूर्व संसदीय सचिव इंद्रसिंह पूनिया, पूर्व विधायक डा. चंद्रशेखर बैद, इनेलो के राष्ट्रीय महासचिव भीमसिंह बेनीवाल, चेयरमैन नंदकिशोर मरोदिया, तारानगर के चेयरमैन जसवंत स्वामी, विधायक श्रवण कुमार व झुंझुनूं बालाजी मोटर्स के प्रदीप कस्वां आदि ने उनकी पार्थिव देह पर पुष्प चक्र व पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। मुखाग्नि उनके ज्येष्ठï पुत्र सांसद रामसिंह कस्वां द्वारा दी गई। शव यात्रा में पूर्व सैनिक, जनप्रतिनिधि, शिक्षाविदों सहित बड़ी संख्या में लोगों ने हिस्सा लिया। वे पिछले काफी समय से अस्वस्थ थे।
कस्बे में शोक की लहर
स्वतंत्रता सेनानी व भूतपूर्व विधायक मा. दीपचंद कस्वां के शनिवार को हुए निधन की खबर से तहसील के शहरी व ग्रामीण क्षेत्र में शोक की लहर छा गई। 1920 में हरियाणा राज्य व तहसील के निकटवर्ती गांव मताणी में जन्मे दीपचंद कस्वां अध्यापक की नौकरी करने के बाद तहसील क्षेत्र की राजनीति में सक्रिय रूप से जुड़े रहे। उन्होंने सर्वप्रथम 1977 में जनता पार्टी की लहर के दौरान विधानसभा क्षेत्र से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में पहला चुनाव लड़ा, जिसमें वे मात्र 550 मतों से हार गए थे। 1980 में उन्होंने फिर निर्दलीय के रूप में चुनाव लड़ा और इस बार वे विधानसभा क्षेत्र से विधायक चुने गए। तीसरा चुनाव 1985 में भी निर्दलीय के रूप में ही लड़ा, जिसमें वे हारे थे। उन्होंने स्वतंत्रता आंदोलन में भी बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया था।
प्रदर्शन किया स्थगित
अखिल भारतीय आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका, आशा सहयोगिन व साथिन यूनियन तहसील कमेटी की ओर से शनिवार को मिनी सचिवालय के सामने प्रस्तावित विरोध प्रदर्शन व पुतला फूंकने के कार्यक्रम को स्थगित कर दिया गया। अध्यक्ष सविता धोलिया ने बताया कि स्वतंत्रता सेनानी व भूतपूर्व विधायक कस्वां के निधन पर उक्त कार्यक्रम स्थगित
किया गया।
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