सादुलपुर त्न विभिन्न संगठनों के बंद के आह्वान पर मुख्य बाजार व अनाज मंडी बंद रहे, वहीं न्यांगली व चैनपुरा गांव में कई घंटों तक चक्काजाम रखकर राजपूत समाज के लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया। राजपूत महासभा, करणी सेना, खाद्य पदार्थ व्यापार मंडल व अग्रवाल सभा के आह्वान पर शुक्रवार को घंटाघर, शीतला बाजार, मोहता बाजार, बैरासरिया मार्केट, कोठारी मार्केट व अनाज मंडी बंद रही। जबकि स्टेशन रोड, कुरैशी मार्केट व बस स्टैंड क्षेत्र में दुकानें खुली रहीं। शीतला बाजार में सभा को संबोधित करते हुए राजपूत महासभा अध्यक्ष सुरेंद्रसिंह मिठड़ी ने कहा कि राठौड़ को झूठा फंसाया है, जिसका समाज मुकाबला करेगा। मनोजसिंह न्यांगली ने कहा कि राठौड़ ने जिन लोगों को आगे बढ़ाया, वे ही उनके विरोधी हो गए। महादेवसिंह राठौड़ चैनपुरा, धर्मपालसिंह शेखावत रामपुरा ने भी विचार रखे। सभा के बाद जुलूस मिनी सचिवालय पहुंचा। हाइवे पर कुछ देर जाम लगाया गया। बाद में खाद्य व्यापार मंडल अध्यक्ष राधेश्याम डोकवेवाला, करणी सेना के सोनू जणाऊ व देवेंद्रसिंह नुहंद, प्रतापसिंह, महादेवसिंह राठौड़, जयवीरसिंह, नरेशसिंह न्यांगली, ओमकृष्णसिंह, अमरपुरा के मातुसिंह राठौड़ ने राष्ट्रपति के नाम एसडीएम को ज्ञापन सौंपा।
SADULPUR NEWS
GUGLWA KIRTAN BASS & RAMPURA BERI NEWS
Saturday, April 7, 2012
Wednesday, September 28, 2011
हत्या के आरोप में देवर गिरफ्तार
हमीरवास पुलिस ने ढाणी मौजी में गुरुवार को एक विवाहिता की गला दबाकर हत्या
करने के आरोप में देवर को गिरफ्तार कर पूछताछ शुरू कर दी है। थानाधिकारी
महेंद्रदत्त शर्मा ने बताया कि रामकिशोर पुत्र नंदराम को उसकी भाभी सुशीला
पत्नी मेहताबसिंह की गला दबाकर हत्या करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया।
आरोपी को मंगलवार को न्यायालय में पेश कर रिमांड पर लिया जाएगा।
Monday, September 26, 2011
सुमेरसिंह फगेडिय़ा की पुण्यतिथि के अवसर खेलों में जोर-आजमाइश
सादुलपुर
सुमेरसिंह फगेडिय़ा मेमोरियल ट्रस्ट के तत्वावधान में सुमेरसिंह फगेडिय़ा की पुण्यतिथि के अवसर पर रविवार को तीन दिवसीय अंतरराज्यीय ओपन कबड्डी प्रतियोगिता का उद्घाटन समारोहपूर्वक हुआ। अमरसिंह गोठवाल की अध्यक्षता में हुए समारोह के मुख्य अतिथि कांग्रेस नेता गणपत ख्यालिया तथा विशिष्ट अतिथि भूपसिंह पूनिया, विजय पूनिया व आरीफ कुरैशी लूनकरणसर थे। प्रतियोगिता का उद्घाटन मैच गागड़वास एवं अच्छापुर के बीच हुआ, जिसमें गागड़वास की टीम विजेता रही। आगंतुक अतिथियों का सुधीर पूनिया, पृथ्वीसिंह सांखला, राजकुमार मील, हरीश पूनिया आदि ने माल्यार्पण कर स्वागत किया। कार्यक्रम का संचालन वेदप्रकाश श्योराण व धर्मवीर फौजी ने किया। आयोजकों ने बताया कि प्रतियोगिता में 11 टीमों की इंट्री हो चुकी है।
सुमेरसिंह फगेडिय़ा मेमोरियल ट्रस्ट के तत्वावधान में सुमेरसिंह फगेडिय़ा की पुण्यतिथि के अवसर पर रविवार को तीन दिवसीय अंतरराज्यीय ओपन कबड्डी प्रतियोगिता का उद्घाटन समारोहपूर्वक हुआ। अमरसिंह गोठवाल की अध्यक्षता में हुए समारोह के मुख्य अतिथि कांग्रेस नेता गणपत ख्यालिया तथा विशिष्ट अतिथि भूपसिंह पूनिया, विजय पूनिया व आरीफ कुरैशी लूनकरणसर थे। प्रतियोगिता का उद्घाटन मैच गागड़वास एवं अच्छापुर के बीच हुआ, जिसमें गागड़वास की टीम विजेता रही। आगंतुक अतिथियों का सुधीर पूनिया, पृथ्वीसिंह सांखला, राजकुमार मील, हरीश पूनिया आदि ने माल्यार्पण कर स्वागत किया। कार्यक्रम का संचालन वेदप्रकाश श्योराण व धर्मवीर फौजी ने किया। आयोजकों ने बताया कि प्रतियोगिता में 11 टीमों की इंट्री हो चुकी है।
Wednesday, August 24, 2011
रेलवे स्टेशन पर सफाई का अभाव, जातरु परेशान
सादुलपुर
रेलवे प्रशासन की अनदेखी मानो या फिर समुचित सफाई व्यवस्थाओं में खामिया। लेकिन सादुलपुर के रेलवे स्टेशन के अंदर व बाहर गंदगी का ऐसा आलम बना हुआ है, कि देखने से लगता है कि ये रेलवे स्टेशन या है कचरा घर।रेलवे प्लेटफार्म के भीतर व बाहर के चारो तरफ गंदगी के ढेर लगे हुए है। दूसरी तरफ प्लेटफार्म के बाहर एकत्रित बरसाती पानी की निकासी के लिए भी कोई व्यवस्था नहीं है। जानकारी के अनुसार रेलवे द्वारा सफाई व्यवस्था ठेके पर दिए जाने के कारण सफाई व्यवस्था का अभाव बना हुआ है। इसके अलावा पटरियों पर भी बेशुमार गंदगी पड़ी हुई है। इन दिनों ददरेवा-गोगामेड़ी मेले के लिए हजारों की संख्या में जातरु प्लेटफार्म पर ठहरे हुए है।
रेलवे प्रशासन की अनदेखी मानो या फिर समुचित सफाई व्यवस्थाओं में खामिया। लेकिन सादुलपुर के रेलवे स्टेशन के अंदर व बाहर गंदगी का ऐसा आलम बना हुआ है, कि देखने से लगता है कि ये रेलवे स्टेशन या है कचरा घर।रेलवे प्लेटफार्म के भीतर व बाहर के चारो तरफ गंदगी के ढेर लगे हुए है। दूसरी तरफ प्लेटफार्म के बाहर एकत्रित बरसाती पानी की निकासी के लिए भी कोई व्यवस्था नहीं है। जानकारी के अनुसार रेलवे द्वारा सफाई व्यवस्था ठेके पर दिए जाने के कारण सफाई व्यवस्था का अभाव बना हुआ है। इसके अलावा पटरियों पर भी बेशुमार गंदगी पड़ी हुई है। इन दिनों ददरेवा-गोगामेड़ी मेले के लिए हजारों की संख्या में जातरु प्लेटफार्म पर ठहरे हुए है।
Monday, August 22, 2011
पिकअप की टक्कर से सैनिक की मौत
गांव खुंडियाबास के पास रविवार दोपहर पिकअप की टक्कर से बाइक सवार की मृत्यु हो गई। मृतक भारतीय थल सेना की 11 ग्रेनेडियर में सैनिक था।
एसआई सुगनाराम मीणा ने बताया कि नरेश कुमार (२९) पुत्र हरीराम मीणा निवासी वार्ड पांच, राजगढ़ रविवार सुबह बाइक
पर सवार होकर अपने ससुराल रामपुरा जा
रहा था।
खुंडियाबास गांव के पास सामने से
आ रही पिकअप के चालक ने बाइक के टक्कर मार दी, जिससे नरेश कुमार के गंभीर चोटें आई। नरेश कुमार को घायलावस्था में रेफरल अस्पताल लाया गया, जहां से उसे हिसार रैफर कर दिया। हिसार ले जाते समय बीच रास्ते में उसकी मृत्यु हो गई। उन्होंने बताया कि मृतक का पोस्टमार्टम करवाने के बाद शव परिजनों को सौंप दिया है। नरेश कुमार छुट्टी पर घर आया हुआ था। पुलिस ने पिकअप को जब्त कर लिया है, जबकि चालक फरार हो गया।
एसआई सुगनाराम मीणा ने बताया कि नरेश कुमार (२९) पुत्र हरीराम मीणा निवासी वार्ड पांच, राजगढ़ रविवार सुबह बाइक
पर सवार होकर अपने ससुराल रामपुरा जा
रहा था।
खुंडियाबास गांव के पास सामने से
आ रही पिकअप के चालक ने बाइक के टक्कर मार दी, जिससे नरेश कुमार के गंभीर चोटें आई। नरेश कुमार को घायलावस्था में रेफरल अस्पताल लाया गया, जहां से उसे हिसार रैफर कर दिया। हिसार ले जाते समय बीच रास्ते में उसकी मृत्यु हो गई। उन्होंने बताया कि मृतक का पोस्टमार्टम करवाने के बाद शव परिजनों को सौंप दिया है। नरेश कुमार छुट्टी पर घर आया हुआ था। पुलिस ने पिकअप को जब्त कर लिया है, जबकि चालक फरार हो गया।
जन लोकपाल बिल पारित करवाने शिक्षक संघ की बैठक
सादुलपुर& राजस्थान शिक्षक संघ शेखावत की जिला स्थाई समिति की बैठक रविवार को हुई। जिलाध्यक्ष विजय कोटलिया, मामराज फगेडिय़ा व गुरुदेव गोदारा की मौजूदगी में हुई बैठक में जन लोकपाल बिल पारित करवाने तथा केंद्र के तानाशाही रवैये की निंदा की गई। जिला मंत्री भगतसिंह ने बताया कि २४ अगस्त को सभी शिक्षक अपने-अपने विद्यालयों में काली पट्टी बांधकर जन लोकपाल समर्थन करेंगे। बैठक में रामस्वरूप, ओमप्रकाश, राजपाल, सतवीर, याकूब खां, वेदपाल, युनुस खान, रतिराम, चौथमल, शिशुपाल, शिवपाल व सुरेश फगेडिय़ा सहित अन्य शिक्षक नेता उपस्थित थे।
Sunday, August 21, 2011
ढाणी मौजी में देवर-भाभी कुंड में कूदे, मौत
सादुलपुर. हमीरवास पुलिसथानांतर्गत गांव ढाणी मौजी की एक महिला व उसके देवर ने प्रेम प्रसंग के चलते शनिवार को नीम का बास गांव में स्थित कुंड में कूदकर आत्महत्या कर ली।
घटना की जानकारी मिलने पर थानाधिकारी महेंद्रदत्त शर्मा ने मौकास्थल पर पहुंचकर मृतकों के शव को कुंड से बाहर निकलवाया। थानाधिकारी ने बताया कि मृतक के पिता मातुराम निवासी लिखवा ने रिपोर्ट दी कि वह अपनी लड़की ममता के ससुराल ढाणी मौजी गांव आया हुआ था। शनिवार सुबह ममता घर पर नहीं मिली। ममता की तलाश की गई, तो गांव नीम का बास में स्कूल के पास स्थित कुंड में ममता व उसके देवर सुरेश पुत्र मोहनलाल की लाश पड़ी दिखाई दी। दोनों ने प्रेम प्रसंग के चलते आत्महत्या कर ली। थानाधिकारी ने बताया कि ममता की शादी चार वर्ष पूर्व दलवीर के साथ हुई थी। जबकि सुरेश (25) अविवाहित था। वह ममता के ताऊ ससुर का लड़का था। थानाधिकारी ने बताया कि रेफरल अस्पताल में मृतकों का मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम करवाने के बाद शव परिजनों को सौंप दिया।
घटना की जानकारी मिलने पर थानाधिकारी महेंद्रदत्त शर्मा ने मौकास्थल पर पहुंचकर मृतकों के शव को कुंड से बाहर निकलवाया। थानाधिकारी ने बताया कि मृतक के पिता मातुराम निवासी लिखवा ने रिपोर्ट दी कि वह अपनी लड़की ममता के ससुराल ढाणी मौजी गांव आया हुआ था। शनिवार सुबह ममता घर पर नहीं मिली। ममता की तलाश की गई, तो गांव नीम का बास में स्कूल के पास स्थित कुंड में ममता व उसके देवर सुरेश पुत्र मोहनलाल की लाश पड़ी दिखाई दी। दोनों ने प्रेम प्रसंग के चलते आत्महत्या कर ली। थानाधिकारी ने बताया कि ममता की शादी चार वर्ष पूर्व दलवीर के साथ हुई थी। जबकि सुरेश (25) अविवाहित था। वह ममता के ताऊ ससुर का लड़का था। थानाधिकारी ने बताया कि रेफरल अस्पताल में मृतकों का मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम करवाने के बाद शव परिजनों को सौंप दिया।
जयकारों से गूंजा ददरेवा
सादुलपुर
गांव ददरेवा में लोकदेवता गोगाजी महाराज के भरे मेले में जिला व राज्य सहित विभिन्न प्रांतों से आने वाले श्रद्धालुओं का आवागमन शनिवार को भी जारी रहा। शनिवार को बड़ी संख्या में आए श्रद्धालुओं ने धोक लगाकर सुख समृद्धि की कामना की। मेले में उमड़ रही श्रद्धालुओं की भीड़ और फिजां में गूंजते जयकारों से ददेरवा गांव गोगामय होने लगा है। जातरू ददरेवा आकर न केवल धोक आदि लगाते हैं बल्कि वहां अखाड़े (ग्रुप) में बैठकर गुरु गोरक्षनाथ व उनके शिष्य जाहरवीर गोगाजी की जीवनी के किस्से अपनी-अपनी भाषा में गाकर सुनाते हैं। जीवनी सुनाते समय वाद्य यंत्रों में डेरू व कांसी का कचौला विशेष रूप से बजाया जाता है।
महल में उमड़ी सर्वाधिक भीड़
ददरेवा में जाहरवीर गोगाजी का महल और वर्तमान समय में गढ़ के नाम से जाने जाने वाले स्थान पर श्रद्धालुओं की सबसे ज्यादा भीड़ रही। उत्तरप्रदेश, पंजाब, दिल्ली, भरतपुर, अलवर आदि स्थानों से आने वाले श्रद्धालुओं में इस महल के प्रति अटूट श्रद्धा है। गोगाजी के मंदिर व गुरु गोरक्षनाथ टीले में धोक लगाने के बाद इस महल में धोक लगाकर श्रद्धालु अपनी यात्रा पूर्ण मानते हैं।
गुरु गोरखनाथ ने 12 वर्ष तक की थी तपस्या
भगवान शंकर के अवतार माने जाने वाले योगी संत गुरु गोरक्षनाथ ने ददरेवा में लगातार 12 वर्ष तक तपस्या की थी। वह तपस्या स्थल आज गुरुगोरक्षनाथ टीले के नाम से जाना जाता है। टीले पर वर्तमान समय में भी गुरु गोरक्षनाथ का धूणा व उनके समय के जाल का पेड़ मौजूद हैं। बताया जाता है कि संवत् 1143 में गुरू गोरक्षनाथ अपने शिष्य औघडऩाथ सहित 1400 अन्य शिष्यों के साथ ददरेवा आए थे तथा यहां पर 1155 तक करीब बारह वर्ष रहकर तपस्या की थी। इस दौरान ही उन्होंने गोगाजी तथा अरचन-सरचन का वरदान दिया था। इसके बाद वे सिद्धमुख प्रस्थान कर गए थे। गोरक्ष टीले के महंत भैरूनाथ की 1६वीं पीढ़ी के महंत बालयोगी कृष्णनाथ बताते हैं कि उस समय का नौलखा बाग (बणी) आज भी सुरक्षित है, जिसमें जांटी, कैर, व जाल के पेड़ लगे हुए हैं। ददरेवा में गोगाजी क ी धोक लगाने के लिए आने वाले जातरू गुरु गोरख टीला पर भी उतनी ही श्रद्धा भाव से पहुंचकर धोक लगाते हैं। महिलाएं मनोतियां मांगने के लिए जाल क ी टहनियों के धागा बांधती हैं।
गांव ददरेवा में लोकदेवता गोगाजी महाराज के भरे मेले में जिला व राज्य सहित विभिन्न प्रांतों से आने वाले श्रद्धालुओं का आवागमन शनिवार को भी जारी रहा। शनिवार को बड़ी संख्या में आए श्रद्धालुओं ने धोक लगाकर सुख समृद्धि की कामना की। मेले में उमड़ रही श्रद्धालुओं की भीड़ और फिजां में गूंजते जयकारों से ददेरवा गांव गोगामय होने लगा है। जातरू ददरेवा आकर न केवल धोक आदि लगाते हैं बल्कि वहां अखाड़े (ग्रुप) में बैठकर गुरु गोरक्षनाथ व उनके शिष्य जाहरवीर गोगाजी की जीवनी के किस्से अपनी-अपनी भाषा में गाकर सुनाते हैं। जीवनी सुनाते समय वाद्य यंत्रों में डेरू व कांसी का कचौला विशेष रूप से बजाया जाता है।
महल में उमड़ी सर्वाधिक भीड़
ददरेवा में जाहरवीर गोगाजी का महल और वर्तमान समय में गढ़ के नाम से जाने जाने वाले स्थान पर श्रद्धालुओं की सबसे ज्यादा भीड़ रही। उत्तरप्रदेश, पंजाब, दिल्ली, भरतपुर, अलवर आदि स्थानों से आने वाले श्रद्धालुओं में इस महल के प्रति अटूट श्रद्धा है। गोगाजी के मंदिर व गुरु गोरक्षनाथ टीले में धोक लगाने के बाद इस महल में धोक लगाकर श्रद्धालु अपनी यात्रा पूर्ण मानते हैं।
गुरु गोरखनाथ ने 12 वर्ष तक की थी तपस्या
भगवान शंकर के अवतार माने जाने वाले योगी संत गुरु गोरक्षनाथ ने ददरेवा में लगातार 12 वर्ष तक तपस्या की थी। वह तपस्या स्थल आज गुरुगोरक्षनाथ टीले के नाम से जाना जाता है। टीले पर वर्तमान समय में भी गुरु गोरक्षनाथ का धूणा व उनके समय के जाल का पेड़ मौजूद हैं। बताया जाता है कि संवत् 1143 में गुरू गोरक्षनाथ अपने शिष्य औघडऩाथ सहित 1400 अन्य शिष्यों के साथ ददरेवा आए थे तथा यहां पर 1155 तक करीब बारह वर्ष रहकर तपस्या की थी। इस दौरान ही उन्होंने गोगाजी तथा अरचन-सरचन का वरदान दिया था। इसके बाद वे सिद्धमुख प्रस्थान कर गए थे। गोरक्ष टीले के महंत भैरूनाथ की 1६वीं पीढ़ी के महंत बालयोगी कृष्णनाथ बताते हैं कि उस समय का नौलखा बाग (बणी) आज भी सुरक्षित है, जिसमें जांटी, कैर, व जाल के पेड़ लगे हुए हैं। ददरेवा में गोगाजी क ी धोक लगाने के लिए आने वाले जातरू गुरु गोरख टीला पर भी उतनी ही श्रद्धा भाव से पहुंचकर धोक लगाते हैं। महिलाएं मनोतियां मांगने के लिए जाल क ी टहनियों के धागा बांधती हैं।
Saturday, August 20, 2011
अन्ना के समर्थन में शहरी-ग्रामीण भी सड़कों पर
सादुलपुर
भ्रष्टाचार के खिलाफ व अन्ना हजारे के समर्थन में ग्रामीण क्षेत्र में भी आंदोलन शुरू हो चुका है। शुक्रवार को गांव पहाड़सर में जन कवि भागुराम बिशु समाजसेवा संस्थान व स्वयं सहायता समूह की ओर से रैली निकाली गई।अध्यक्ष ओमप्रकाश बिशु के नेतृत्व में निकाली गई रैली में सरकारी व गैर सरकारी विद्यालयों के छात्र-छात्राओं ने भाग लिया। सचिव विकास बिशु, एडवोकेट हरदीप धानोठी व राजेश धानोठी ने विचार व्यक्त किए। वक्ताओं ने कहा कि आज केंद्र सरकार द्वारा संविधान और जनता के मौलिक अधिकारों की धज्जियां उड़ाई जा रही है। इसी क्रम में गांव गुलपुरा में रॉयल विकास संस्थान की ओर से हुई बैठक में अन्ना हजारे के आंदोलन में भागीदारी निभाने का निर्णय लिया गया। प्रधानाध्यापक मोहरसिंह, संयोजक सुरेंद्र सूंडा, राजेंद्र पटीर, प्रमोद जाखड़, बलवानसिंह, जितेंद्र तंवर, पवन गुरावा सहित अन्य लोगों ने भारत को भ्रष्टाचार मुक्त राष्ट्र बनाने में योगदान करने का आह्वान किया।
सद्बुद्धि के लिए भजन संध्या
अन्ना हजारे के समर्थन में व केंद्र सरकार को सद्बुद्धि प्रदान करने के लिए गुरुवार रात को गंगा प्लाजा में नागरिकों की ओर से भजन संध्या हुई। इस अवसर पर धार्मिक व देशभक्ति से ओत-प्रोत गीतों की प्रस्तुतियां दी गई।
सरदारशहर में धरना जारी
सरदारशहर. गांधी चौक में अन्ना हजारे समर्थक संघर्ष समिति द्वारा गुरुवार को शुरू किया अनिश्चित कालीन धरना शुक्रवार को भी जारी रहा। समिति संयोजक दानाराम मेघवाल ने बताया कि अन्ना के अनशन तक पूर्व विधायक हजारीमल सारण के नेतृत्व में धरना जारी रहेगा। शुक्रवार को धरने पर बीरबल, हनुमान बेनीवाल, सत्यनारायण, गोपाल बिजराणिया, बजरंगनाथ सिद्ध, रामदेव पूनिया, जगदीश धन्नावंशी, अमीचंद डूडी, किशन, भंवरसिंह, भंवरलाल, ताराचंद मेघवाल, नारायणसिंह सारण बैठे।
अनशन चौथे दिन भी
सुजानगढ़. अन्ना हजारे के समर्थन में आजादी बचाओ आंदोलन व भारतीय युवा पार्टी के नेतृत्व में चल रहे अनिश्चितकालीन अनशन स्थल पर शुक्रवार को चेतावनी सभा हुई।इस दौरान अनशनकारी उत्तम प्रकाश ने कहा कि यह कैसा लोकतंत्र है जिसमें अहिंसक आंदोलन की भी अनुमति सरकार मजबूर करने पर ही देती है।चेतावनी सभा में समाजवादी पार्टी, भारत स्वाभीमान ट्रस्ट, श्रीमेढ़ स्वर्णकार नवयुवक मंडल, सुविकसित सुजलांचल मंच, सुप्रभात संस्थान व जन चेतना मंच आदि संगठनों के सैंकड़ो कार्यकर्ता उपस्थित थे।शुक्रवार को सालासर मार्ग व्यापार संघ ने अपने प्रतिष्ठान बंद कर एक पैदल मार्च निकाला। भोजलाई चौराहे से शुरू होकर जुलूस शहर के विभिन्न मार्गों से होता हुआ गांधी चौक पंहुचा। इस मौके पर लोगो ने अन्ना के समर्थन में जमकर नारेबाजी की।
भ्रष्टाचार के खिलाफ व अन्ना हजारे के समर्थन में ग्रामीण क्षेत्र में भी आंदोलन शुरू हो चुका है। शुक्रवार को गांव पहाड़सर में जन कवि भागुराम बिशु समाजसेवा संस्थान व स्वयं सहायता समूह की ओर से रैली निकाली गई।अध्यक्ष ओमप्रकाश बिशु के नेतृत्व में निकाली गई रैली में सरकारी व गैर सरकारी विद्यालयों के छात्र-छात्राओं ने भाग लिया। सचिव विकास बिशु, एडवोकेट हरदीप धानोठी व राजेश धानोठी ने विचार व्यक्त किए। वक्ताओं ने कहा कि आज केंद्र सरकार द्वारा संविधान और जनता के मौलिक अधिकारों की धज्जियां उड़ाई जा रही है। इसी क्रम में गांव गुलपुरा में रॉयल विकास संस्थान की ओर से हुई बैठक में अन्ना हजारे के आंदोलन में भागीदारी निभाने का निर्णय लिया गया। प्रधानाध्यापक मोहरसिंह, संयोजक सुरेंद्र सूंडा, राजेंद्र पटीर, प्रमोद जाखड़, बलवानसिंह, जितेंद्र तंवर, पवन गुरावा सहित अन्य लोगों ने भारत को भ्रष्टाचार मुक्त राष्ट्र बनाने में योगदान करने का आह्वान किया।
सद्बुद्धि के लिए भजन संध्या
अन्ना हजारे के समर्थन में व केंद्र सरकार को सद्बुद्धि प्रदान करने के लिए गुरुवार रात को गंगा प्लाजा में नागरिकों की ओर से भजन संध्या हुई। इस अवसर पर धार्मिक व देशभक्ति से ओत-प्रोत गीतों की प्रस्तुतियां दी गई।
सरदारशहर में धरना जारी
सरदारशहर. गांधी चौक में अन्ना हजारे समर्थक संघर्ष समिति द्वारा गुरुवार को शुरू किया अनिश्चित कालीन धरना शुक्रवार को भी जारी रहा। समिति संयोजक दानाराम मेघवाल ने बताया कि अन्ना के अनशन तक पूर्व विधायक हजारीमल सारण के नेतृत्व में धरना जारी रहेगा। शुक्रवार को धरने पर बीरबल, हनुमान बेनीवाल, सत्यनारायण, गोपाल बिजराणिया, बजरंगनाथ सिद्ध, रामदेव पूनिया, जगदीश धन्नावंशी, अमीचंद डूडी, किशन, भंवरसिंह, भंवरलाल, ताराचंद मेघवाल, नारायणसिंह सारण बैठे।
अनशन चौथे दिन भी
सुजानगढ़. अन्ना हजारे के समर्थन में आजादी बचाओ आंदोलन व भारतीय युवा पार्टी के नेतृत्व में चल रहे अनिश्चितकालीन अनशन स्थल पर शुक्रवार को चेतावनी सभा हुई।इस दौरान अनशनकारी उत्तम प्रकाश ने कहा कि यह कैसा लोकतंत्र है जिसमें अहिंसक आंदोलन की भी अनुमति सरकार मजबूर करने पर ही देती है।चेतावनी सभा में समाजवादी पार्टी, भारत स्वाभीमान ट्रस्ट, श्रीमेढ़ स्वर्णकार नवयुवक मंडल, सुविकसित सुजलांचल मंच, सुप्रभात संस्थान व जन चेतना मंच आदि संगठनों के सैंकड़ो कार्यकर्ता उपस्थित थे।शुक्रवार को सालासर मार्ग व्यापार संघ ने अपने प्रतिष्ठान बंद कर एक पैदल मार्च निकाला। भोजलाई चौराहे से शुरू होकर जुलूस शहर के विभिन्न मार्गों से होता हुआ गांधी चौक पंहुचा। इस मौके पर लोगो ने अन्ना के समर्थन में जमकर नारेबाजी की।
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